हेलो दोस्तों स्वागत है आपका मेरे एक नए ब्लॉग पोस्ट में आज हम बात करने वाले हैं Rail ki Patri Par Jung Kyu Nahi Lagta Hai,Rail Track Kis Dhatu से बना ह
Rail ki Patri Par Jung Kyu Nahi Lagta Hai?🤔
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका मेरे एक नए ब्लॉग पोस्ट में आज हम बात करने वाले हैं Rail ki Patri Par Jung Kyu Nahi Lagta Hai
आप लोगों ने से काफी लोग ऐसे होंगे जिन्होंने कभी ना कभी Train में सफर किया होगा सफर करते समय आप जिस सीट पर बैठे उसके बगल में एक खिड़की आता है।
उस खिड़की के बाहर देखने पर आप कहते हैं की ट्रेन की पटरी पर जंग नहीं लगा हुआ होता है तो आपके मन में जरूर सवाल आया होगा कि आखिर रेल के पटरी पर जंग क्यों नहीं लगती है।
आप लोगों में से काफी लोगों के मन में ऐसा भी सवाल आया होगा की रेल की पटरी में तो किसी प्रकार का कोई पेंट नहीं किया गया है आमतौर पर लोहे की धातु को जंग से बचाने के लिए हम लोग उसे पेंट कर देते हैं।
ताकि उसमें जंग नहीं लग सके लेकिन रेल के पटरी खुले में होती है बरसात हवा पानी सब झेलती हैं फिर भी उस में जंग नहीं लगता इस प्रकार के सवाल आपके दिमाग में जरूर घूमते होंगे,
अभी भी काफी होगा ऐसे ही जी ने रेल के बारे में विशेष जानकारी नहीं है ऐसा नहीं है दोस्तों जो लोग चीन में सफर करते हैं उन्हें सभी सवालों का जवाब मालूम होता है उन लोगों को भी चैन से संबंधित काफी सारे सवाल यह पता नहीं होते जैसे मैं ट्रेन कितने की माइलेज देती है ट्रेन के तत्वों के पीछे एक्स क्यों लिखा होता है।
इत्यादि ऐसे बहुत सारे सवाल हैं जो काफी लोगों को उनके जवाब पता नहीं उन्हीं में से एक सवाल है क्यों नहीं लगता है आज हम इस Rail ki Patri Par Jung Kyu Nahi Lagta Hai सवाल का जवाब आप सभी लोगों को देने जा रहे हैं और आगे भी ऐसे सवालों के जवाब मेरे ब्लॉग पर आपको देखने को मिलेंगे ऐसे में आप लोगों को इन सभी सवालों के जवाब जानने में रुचि है तो आप मेरे डॉग को बुकमार्क कर सकते हैं।
Rel Ki Patri Kis Cheej Ki
Bane Hote Hai ?🤔
अगर बात की जाए रेल की पटरी कैसे बनती है तो हम नीचे की लाइनों में आप होना को इस सवाल का जवाब देने जा रहे हैं अतः आप सभी मेरे इस आर्टिकल से अंत तक बने रहे।
रेल की पटरी को जंग से बचाने के लिए ,रेल की पटरी बनाते समय इस्टील और मैग्नीशियम का उपयोग किया जाता है। इस्टील और मैग्नीशियम की मिश्रण को हैडफील्ड भी कहा जाता है और इसे मैग्नीज इस्टील भी कहते हैं।
इस मिश्रण में 12% मैग्नीज तथा 1% कार्बन मिलाया जाता है जिस वजह से ट्रेन के ट्रैक पर ऑक्सीकरण बहुत धीमी होती है। ऑक्सीकरण धीमी होने की वजह से काफी सालों तक ट्रेन के पटरी के ऊपर जंग नहीं लगती है।
आज ट्रेन की पटरी को आंधी से बना दिया जाए तो क्या होगा जो कि रेलवे ट्रैक खुले वातावरण में हवा तथा नदी के बीच होती है।
आप लोगों को शायद पता होगा बिना बिना पेंट किए हुए लोहे के धातु को बाहर रखने पर कुछ इन दिनों में उसने जंग लगना शुरू हो जाता है ऐसे में अगर ट्रेन के पटरी को आम लोहे से बना दिया जाए तो उसे भी जंग लगना शुरू हो जाएगा
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Rail Track Kis Dhatu से बना होता है।🤔
ऐसे में अगर ट्रेन की पटरी ओं में जंग लगना शुरू हो जाएगी तो बार-बार तेरे को बदलना पड़ेगा खुला सरकार के बहुत पैसा खर्च हो जाएगा इसी वजह से ट्रेन के पटरी हो को जंग प्रतिरोधक बनाया जाता है इसके लिए उसने स्टील , मैग्नीशियम , कार्बन का उपयोग करके बनाया जाता है ताकि इसमें जंग ना लग सके और काफी सालों तक इंटर फ्री होती इन पटरियों पर ट्रेन को दौड़ाया जाए।
ट्रेन का आविष्कार हुआ है उसी समय से जंग रोधक Trak बनाई जा रही हैं अतः जंग रोधक पटरी का निर्माण काफी साल पहले से किया जा रहा है। आप लोगों को शायद पता होगा ट्रेन का आविष्कार हमारे भारत देश में अंग्रेजों के द्वारा किया गया है अंग्रेजो के द्वारा बनाया गया Train की Trak आज भी काफी बढ़िया तरीके से काम कर रही है।
Final word
मुझे उम्मीद है दोस्तों आप लोगों का जो सवाल था कि Rail ki Patri Par Jung Kyu Nahi Lagta Hai या Rel Ki Patri Kis Chij Ki Bane Hote Hai मेरा एक दोस्त है जो इस विषय में मुझे बता रहा था कि रेलवे ट्रैक में छक्कों के कारण के कारण जंग नहीं लगती है तो मैंने उसे बताया कि ऐसा नहीं है दोस्त रेलवे ट्रैक को जंग से बचाने के लिए जंग रोधक धातु से रेलवे ट्रैक को बनाया जाता है अतः इस प्रकार मैंने उसे इस बारे में बताया तो दोस्तों अंत में मैं यही कहना चाहूंगा यदि आपका कोई सवाल है तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से आप मुझसे पूछ सकते हो मैं उन सवालों के जवाब देने की कोशिश करूंगा
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