हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना 2020 ऑनलाइन किसानों के पंजीकरण/आवेदन पत्र और प्रक्रिया, भुगतान की स्थिति की जांच करें या 7000 रुपये /एकड़ प्रोत्साहन के लिए ऑनलाइन
Table of Content
- Mera Pani Meri Virasat Yojana In Haryana 2020 Online Farmers Registration कैसे कर सकते है । पूरी जकनकारी दी जा रही है।
- Mera Pani Meri Virasat Yojana के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का तरीका
- Mera Pani Meri Virasat Yojana 2020 Registration Form
- Mera Pani Meri Virasat Yojana के लिए इस आधिकारिक agriharyanaofwm.com वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
Mera Pani Meri Virasat Yojana In Haryana 2020 Online Farmers Registration
हरियाणा सरकार ने एक नई योजना जारी किया है इस योजना का नाम Mera Pani Meri Virasat Yojana है। अगर आप लोग इस योजना से जुड़ गए लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इस वेबसाइट
agriharyanaofwm.com पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
हरियाणा सरकार किसानों को धान की खेती से दूसरी फसलों जैसे मक्का, अरहर, उड़द, ग्वार, कपास, बाजरा, तिल और बेसन मूंग (बैसाखी मूंग) यानी जिन फसलो को हमलोग बैसाख माह में रोपाई करते है। इन सबभी फसलों को बोन के लिए हरियाणा सरकार इस Mera Pani Meri Virasat Yojana तहत प्रति एक एकड़ पर 7000 रुपए के रूप में किसानों की सहायता कर रहा है। तथा सूक्ष्म सिंचाई पर 80% छूट दे रही है।
Mera Pani Meri Virasat Yojana In Haryana 2020 Online Farmers Registration कैसे कर सकते है । पूरी जकनकारी दी जा रही है।
अगर बात की जाए इस योजना के बारे में तो हरियाणा सरकार ने इस योजना की शुरूआत 6 मई 2020 को जो की फसल विविधीकरण योजना है। सूचना से जुड़ने के लिए हरियाणा के किसान राज्य सरकार के आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर ऑनलाइन आवेदन और रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इस Mera Pani Meri Virasat Yojana के कहत हरियाणा सरकार धान की खेती की बजाय दूसरे अनाज को उपजाने के लिए प्रति 1 एकड़ पर ₹7000 की राशि दे रही है।
अगर बात की जाए धान की उपज की तो अकेले प्रदेश में लगभग 68 लाख मैट्रिक टन धान की उपज होती हैं तथा 25 LMT बासमती चावल की उपज होती है।
NOTE :- हरियाणा सरकार ने इस योजना यानी Mera Pani Meri Virasat Yojana की पहली किस्त लगभग 10.2 लाख करोड़ रूपए जारी कर दिए। और किसानों को ₹2000 प्रति एकड़ के हिसाब से उनके बैंक खाते में राशि का वितरण कर दिया गया है।
इसीलिए हरियाणा के राज्य सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मक्का और दाल खरीदने का फैसला किया है। इस Mera Pani Meri Virasat Yojana के तहत जो किसान धान की खेती करते थे अगर उसकी जगह दूसरे फसलों की खेती करेंगे तो उन्हें इस योजना के तहत ज्यादा आमदनी होगी।
Mera Pani Meri Virasat Yojana के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का तरीका
अगर हरियाणा राज्य के किसान इस बहुमूल्य योजना से जुड़ना चाहते हैं तो उन्हें
इस agriharyanaofwm.com अधिकारिक वेबसाइट या किसान पोर्टल माध्यम से आवेदन या रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। मनोहर लाल खट्टर सरकार इस जल संरक्षण योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर दूसरे फसलों पर स्विच होने पर प्रति 1 एकड़ के हिसाब से ₹7000 का प्रोत्साहन राशि दे रही हैं।
नीचे अब हम बताने जा रहे हैं स्टेप बाय स्टेप आप इस योजना Mera Pani Meri Virasat Yojana 2020 से जुड़कर कैसे लाभ उठा सकते हैं।
Mera Pani Meri Virasat Yojana 2020 Registration Form
Mera Pani Meri Virasat Yojana 2020 पंजीकरण करने के लिए नीचे दिए गए तरीके से आप इस योजना के आधिकारिक पोर्टल पर चले जाएंगे और वहां पर जाकर ऑनलाइन आवेदन या रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं
Stape 1 :- Mera Pani Meri Virasat Yojana
के अधिकारी पोर्टल पर जाने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
Stape 2 :- मैंने जो ऊपर लिंक दिया है अगर आप उस पर क्लिक करते हैं तो आप आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर चले जाएंगे और वहां लिखा होगा ""फसल में विविधीकरण के लिए पंजीकरण करना होगा"" यहां क्लिक करें या आप यहां क्लिक कर सकते हैं।
Stape 3 :- अब आपको आधार नंबर डालना है और अगले बटन पर क्लिक कर देना है।
Stape 4 :- उसके बाद ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए फॉर्म खुलेगा उसमें आपको पूरी जानकारी पर देना है और सेव बटन पड़ती कर दें उसके बाद आगे वाले बटन पर क्लिक करें
Stape 5 :- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आप एक भूमि की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए नए फॉर्म पर जाएंगे। फॉर्म में मांगेंगे सभी विवरण को दर्ज करें और उसके बाद उसे सेव कर दे और नेक्स्ट बटन प्रतीक करें।
Stape 6 :- Mera Pani Meri Virasat Yojana इस योजना में ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम चरण में फसल की विवरण को दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक कर दें।
Stape 7 :- सभी हरियाणा प्रदेश में रहने वाले किसान इस योजना का समीक्षा करेंगे और बोई गई फसलों का सर्वेक्षण अधिकारियों द्वारा किया जाएगा
अनुमोदन के बाद लाभान्वित को डीबीटी पीवीटी के तहत प्रति एकड़ के हिसाब से ₹7000 सीधे लाभार्थी के बैंक के अकाउंट में दिए जाएंगे
Mera Pani Meri Virasat Yojana के लिए इस आधिकारिक agriharyanaofwm.com वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
- सबसे पहले आप लोगों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और वह वेबसाइट www.agriharyanaofwm.com ये है
- उसके बाद नीचे लिखा होगा किसान पंजीकरण तो आपको उस टैब पर क्लिक कर देना है।
- अगर आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं तो आपको यह योजना यानी Mera Pani Meri Virasat Yojana ऑनलाइन आवेदन करने को दिख जाएगा
- यहां पर हरियाणा प्रदेश के सभी किसान योजना विवरण, गाँव विवरण, किसान विवरण, भूमि विवरण, बैंक विवरण देख सकते हैं। और इन सभी जानकारियों को दर्ज भी कर सकते हैं। इन सभी जानकारियों को देखने और दर्ज करने के बाद किसान इस योजना यानी (Mera Pani Meri Virasat Yojana 2020) ऑनलाइन आवेदन या पंजीकरण करने के लिए क्लिक बटन पर क्लिक कर सकते हैं।
- किसानों को इस योजना से जुड़ने के लिए तथा ऑनलाइन आवेदन करने के लिए प्रोजेक्ट बॉक्स में जाकर Mera Pani Meri Virasat Yojana पर जाकर क्लिक करना होगा।
Mera Pani Meri Virasat Yojana के लिए असल मायने में कौन कौन हकदार है।
- मूल रूप से किसान हरियाणा राज्य का निवासी होना चाहिए
- हरियाणा के किसानों ने जो पिछले साल धान के फसल को उड़ाया था उस फसल में 50% तक विविधता लाना होगा।
- हरियाणा प्रदेश के किसानों के पास अपना आधार नंबर तथा उसके साथ उससे से जुड़ा हुआ एक बैंक अकाउंट यानी जिस बैंक अकाउंट में आपने खाता खुलवाया है। उसमे आधार कार्ड की नंबर होना चाहिए।
- हरियाणा राज्य के सभी किसान भाइयों जो 50 एचपी इलेक्ट्रॉनिक मोटर के साथ अपने ट्यूबवेल को पूर्ण रुप से संचालित कर रहे हैं। उन सभी किसानों को धान उगाने की अनुमति नहीं दी गई है
Mera Pani Meri Virasat Yojana कार्यान्वयन दिशानिर्देश
- प्रदेश के किसानों को 8 ब्लॉक में वैकल्पिक फसलों (मक्का / कपास / बाजरा / दलहन) को फसलो को उगाकर पिछले साल से कम से कम 50% उगाए गए धान वाले छेत्र में विविधता लाना होगा
- किसानों को धान के स्थान पर दूसरे फसल बोने के लिए सरकार की इस योजना के माध्यम से लोगों को प्रति 1 एकड़ पर ₹7000 मिलेंगे
- और हां दोस्तों ध्यान रहे इन ब्लॉकों के लिए किसानों को किसी अस्थान पर धान की खेती करने हेतु अनुमति नहीं दी जाएगी। जिन स्थानों पर पिछले साल धान नहीं हुआ है गया था
- प्रति एकड़ लाभ पाने वाले वही किसान होंगे जिन्होंने अपने पिछले वर्ष के खरफी फसल यानी 2019-2020 धान के क्षेत्र में 50% की विविधता लाएंगे
- विभिन्न ब्लॉकों की ग्राम पंचायत की भूमि में ग्राम पंचायत अपनी भूमि में धान उगाने की अनुमति नहीं दे सकते हैं। धान के बदले अन्य फसलों को उगाने के लिए पंचायतों में रहने वाले किसानों को वित्तीय लाभ के तौर पर इस योजना के तहत प्रति 1 एकड़ के हिसाब से ₹7000 मिलेंगे
- गत वर्ष धान की खेती में 50% से कम विविधता रखने वाले ब्लॉक(RATIA, SIWAN, GUHLA, PIPLI, SHAHBAD, BABAIN, ISMAILABAD और SIRSA में विविधता रखते हैं) कृषि और कृषि कल्याण होने वाले लाभ का हकदार नहीं होंगे वो
- MSP पर सरकार सभी किसानों की फसल यानी मक्का बाजरा , और अन्य दलहन उपज इत्यादि खरीदेगी
- प्रदेश के सभी किसानों की ओ पाजी की पैदावार बढ़ाने के लिए सर्वोत्तम किसी कृषि पद्धति दिलाने के लिए सभी ब्लॉकों में प्रदर्शन प्लांट लगाए जाएंगे
- किसान लक्षित 8 नग के अलावा यदि हो किसान धान की फसल की जगह वैकल्पिक फसलों को उगाते हैं तो इस फसल विविधीकरण के तहत लाभ पाने के लिए ब्लॉक भी योग्य रहेंगे।
- इस प्रकार के किसानों को गत वर्ष गाए गए धान की फसल की रिपोर्ट तथा आवेदन के लिए उनकी जानकारी देनी होगी। और उनके समक्ष यह शर्त भी रखी जाएगी कि वह किसी अन्य भूमि में धान की खेती नहीं करेंगे जिस स्थान पर पानी का भी धान नहीं हुआ है गया है।
Mera Pani Meri Virasat Yojana हेल्प लाइन नंबर। नीचे दिया गया है।
हमारे हरियाणा प्रदेश के किसान जिन्हें इस योजना के बारे में जानकारी चाहिए तथा वह किसान भाई जने ऑनलाइन आवेदन करने में किसी प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन लोगों के लिए समाधान नहीं है हरियाणा सरकार के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अधिक जानकारी पा सकते हैं ।मैं नीचे नंबर दे दे
रहा हूं।
TOLL मुफ़्त संख्या: 1800-180-2117 सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक (कार्य दिवस)
Mera Pani Meri Virasat Yojana इस योजना की जरूरत
अगर बात कीजिए धान उगाने योग्य भूमि की तो हरियाणा राज्य में धान की खेती के 30,00000 एकड़ जमीन है। औसतन एक एकड़ में 30 क्विंटल धान की उपज होती है। किसानों को एक एकड़ धान उगाने ₹30,000 लाभ के तौर पर होते हैं यह रुपए लागत छोड़ कर हैं। औसतन 1 एकड़ धान की रोपाई करने में ₹20000 की लागत आती है।
प्रदेश की कृषि उत्पादन कार्यक्रम राष्ट्रीय खाद सुरक्षा के जरूरत पर निर्धारित किए गए हैं। मध्य हरियाणा सरकार धान की भी पनकी किसानों को उचित मूल्य देता है। किंतु एमएसपी के तहत सुनिश्चित विपन धान के कारण जो किसान धान की उपज नहीं करते थे वह किसान अब बड़े पैमाने पर धान की उपज करने लगे हैं। जो की भूमि के जल स्तर को गिरा रहा है।
अगर इसी तरह हम धान की खेती करते रहे तो प्राकृतिक संसाधनों जैसे मिट्टी और भूमि की जल स्तर नीचे गिरने का हसन का रहेगा। जिससे कि प्रदेश में सूखे की मार देनी पड़ेगी किसानों को तो इन सब से बचने के लिए किसान धान की खेती के बजाय अन्य फसलों की उपज को बढ़ाएं। इसी कारण से हरियाणा सरकार ने इस Mera Pani Meri Virasat Yojana योजना की शुरुआत की है जिससे कि प्राकृतिक संसाधनों को बचाया जा सके
मेरा पानी मेरी विरासत @mlkhattar pic.twitter.com/oBRnY1GV9D
- हरियाणा भाजपा (@ BJP4Haryana) 15 मई, 2020
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